मैं ख़्वाब था तेरे लिए: ग़ज़ल

ग़ज़ल मैं ख़्वाब था तेरे लिए, तू ख़्वाब थी मेरे लिए, • मैं ख़राब था तेरे लिए, तू जज़्बात थी मेरे लिए, • मैं काफ़िर था तेरे लिए, तू शराब थी मेरे लिए, • मैं असाब था तेरे लिए, तू अज़ाब थी मेरे लिए, • मैं आग़ाज़ था तेरे लिए, तू अंजाम थी मेरी लिए,Continue reading “मैं ख़्वाब था तेरे लिए: ग़ज़ल”