मुखड़ा
मौला मेरे मौला, मौला मेरे मौला,
खुदाया तू मेरे मौला, मौला मेरे मौला.
अंतरा (1)
मेरे लफ्ज़ो की, तू दास्ताँ, मेरे साज़ का, तू रहनुमा,
मेरी दिल्लगी, तेरी आशनां, तेरे नाम से हर ग़म फ़ना,
मौला मेरे मौला, मौला मेरे मौला…
अंतरा (2)
मेरे ज़ख्मों की तू फिक्र कर, तेरी अदालतों में ज़िक्र कर,
कब तक यूँ ही तन्हाँ रहूँ, ये ग़म ये आँसू कैसे सहूँ,
मौला मेरे मौला, मौला मेरे मौला…
अंतरा (3)
तेरी इबादतों का शऊर है, मेरी ज़िन्दगी का नूर है,
तेरे नाम से ही सब यहाँ, जो तू नहीं तो मैं कहाँ,
तेरी इनायतों का है सिला, होगी सहर कर ना गिला,
मौला मेरे अब तो बता, तेरे दर को छोड़ जाऊ कहाँ,
करदे करदे, कर करम, अब वास्ता मुश्किल कुशां…
मौला मेरे मौला, खुदाया तू मेरे मौला…