मिट्टी मेरी, मिट्टी मेरी, मिट्टी मेरी जां,
ऐ वतन, ऐ ऐ वतन, तुझपे मैं क़ुर्बा,
तेरा मेरा रिश्ता जैसे तू रौशनी मैं अंधेरा,
हिंदुस्तान है कहते जैसे जगमगाता सवेरा,
वर्दी मेरी, हो… वर्दी पे मेरी हैं ख़ून लिखा,
ये जानता हूँ मैं,
पर कसम है ऐ वतन,
पीछे ना लेंगे एक क़दम…