गर्मी की छुट्टियों में हर साल वो पड़ोस में जो रहने लड़की आती थी, उसे किस तरह अबकी बार दिल की बात कहनी हैं… इसी शिद्दत से लौकडाऊन के बाद कौन से चौपाटी की चाय और कहां बिरयानी खाना हैं, ये ख़याल घूम रहा हैं… शंकर नगर का पोहा समोसा याद आ रहा हैं, सर्किट हाऊस की चाय, नूरजहाँ की बिरयानी, आज की रात हिज़्र की रात हैं. अफसोस तो ये भी हैं कि गर्मियां लगने से पहले लॉकडाऊन लग चुका हैं.. इस साल भी कहानी अधूरी रह गयी हैं…!! 😒😭😔